आस्था ,श्रद्धा ,धर्म, सभी के बराबर है। ऐसे में किसी की आस्था को आहत करना अनुचित है, इस तरह का कृत्य करने की तो कोई धर्म इजाजत नहीं देता ,फिर चाहे वह कोई भी धर्म क्यों न हो। एएनआई के हवाले से एक ऐसा ही मामला इंदौर का सामने आया है जहाँ एकलव्य गौंड ( हिंदी रक्षक संग़ठन) ने बताया कि मुन्नवर फारूकी नामक कॉमेडियन के कार्यक्रम की जानकारी मिली। जहाँ पहुँचने के बाद हमने देखा कि वहाँ हिन्दू देवी देवताओं का मज़ाक बनाया जा रहा था। हमने समय पर उनका वीडियो बनाया और उन्हें थाने लेकर आए। इस कृत्य में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई।