रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा, सरकार भारत को रक्षा और एयरोस्पेस उद्योगों में डिजाइन से लेकर उत्पादन तक, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी से दुनिया के शीर्ष पांच देशों में से एक बनाना चाहती है।
रक्षा मंत्री ने ये टिप्पणियां एयरो इंडिया 2021 के वर्चुअल राउंड टेबल कांफ्रेंस के दौरान कई देशों के राजदूतों के साथ बातचीत करते हुए कहा।
सिंह ने कहा कि भारत दुनिया भर में शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि देश इस विश्वास के लिए भी प्रतिबद्ध है कि आत्मनिर्भरता और स्वदेशी रक्षा क्षमताएं शांति बनाये रखने के लिए स्थायी बुनियाद हैं। सिंह के अनुसार भारत आत्मनिर्भरता के साथ-साथ अन्य मित्र देशों की मांग को भी पूरा करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि, हम दुनिया के कुछ देशों में से एक हैं जो चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान, परमाणु पनडुब्बी, मुख्य युद्धक टैंक और अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का उत्पादन करते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी में हमारे तकनीकी कौशल को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है।
उन्होंने कहा कि एयरो इंडिया व्यवसायों, निर्णय लेने वालों और नीति निर्माताओं के लिए एक साझा मंच प्रदान करता है ताकि आम चिंताओं को दूर किया जा सके और वैश्विक रक्षा और एयरोस्पेस पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान दिया जा सके और भारत को एक रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थान दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि, आत्मनिर्भर भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस संबोधन का केंद्रबिंदु था। इस योजना के तहत ऑटोमेटिक रूट के तहत डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में एफडीआई की सीमा 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी कर दी गई है। दूसरा, हमने 101 वस्तुओं के लिए आयात प्रतिबंध सूची की घोषणा की है। यह हमारे मित्र राष्ट्रों के लिए हमारे निजी उद्योग के साथ डिजाइन और विकास में सहयोग करने के साथ-साथ उनमें निवेश करने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत सरकार का प्रयास रहा है कि रक्षा और एयरोस्पेस उद्योग में निवेश आकर्षित करने के लिए लगातार नीतिगत पहल की जाए।
उन्होंने कहा कि, नवीनतम, रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया (DAP)-2020 में जिसमें हमने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं। आपको यह देखते हुए खुशी होगी कि DAP 2020 में विनिर्माण केंद्र स्थापित करने के लिए और एफडीआई को प्रोत्साहित करने के लिए पर्याप्त प्रावधान शामिल हैं।